सोमवार, 4 जून 2012

आजकल हर सांस ही उनकी बयानी हो गयी






आजकल हर सांस ही उनकी बयानी हो गयी
मेरी हर धड़कन मोहब्बत की कहानी हो गयी 

मेरी खुशियाँ, मेरी बातें, मेरे सपने, मेरे गम 
मेरी हर इक बात अब उनकी निशानी हो गयी

सादगी मासूमियत की बात मैंने की मगर 
उन तलक पहुंची तो कुछ की कुछ कहानी हो गयी 

चाँद उसका रात उसकी और वो नाचीज़ की 
पहले वो शबनम लगी फिर रातरानी हो गयी 

आजकल ख्वाबों में भी इक ख़्वाब आता है मुझे 
मेरी उनकी आशिकी सदियों पुरानी हो गयी

उनकी बाँहों में मरूं या उनकी राहों में मरूं
फर्क क्या है जब उन्ही की जिंदगानी हो गयी

मैं चला, 'आनंद' से यह  बात कहनी है मुझे
देख तुझपे क्या  खुदा की हरबानी हो गयी

- आनंद
०४ जून २०१२







14 टिप्‍पणियां:

  1. वाह ... बेहतरीन ।

    कल 06/06/2012 को आपकी इस पोस्‍ट को नयी पुरानी हलचल पर लिंक किया जा रहा हैं.

    आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!


    '' क्‍या क्‍या छूट गया ''

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  2. चाँद उसका रात उसकी और वो नाचीज़ की
    पहले वो शबनम लगी फिर रातरानी हो गयी

    बहुत खूब...
    खूबसूरत अशार....
    सादर।

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  3. मेरी खुशियाँ, मेरी बातें, मेरे सपने, मेरे गम
    मेरी हर इक बात अब उनकी निशानी हो गयी...... बहुत सुन्दर.....

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  4. मेरी खुशियाँ, मेरी बातें, मेरे सपने, मेरे गम
    मेरी हर इक बात अब उनकी निशानी हो गयी
    बहुत खूबसूरत रचना...

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  5. उनकी बाँहों में मरूं या उनकी राहों में मरूं
    फर्क क्या है जब उन्ही की जिंदगानी हो गयी
    सुन्दर रचना... साधुवाद

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  6. Padh kar achha laga, mein sadhuwad 'yashoda Agarwal ko dena chahunga jinki comment meri wall par display hui aur mein isko pura padh saka

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  7. मेरी खुशियाँ, मेरी बातें, मेरे सपने, मेरे गम
    मेरी हर इक बात अब उनकी निशानी हो गयी....वाह! बहुत खुबसूरत एहसास पिरोये है अपने......

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  8. मेरी खुशियाँ, मेरी बातें, मेरे सपने, मेरे गम
    मेरी हर इक बात अब उनकी निशानी हो गयी ..

    प्यार जब हद से गुज़र जाये तो ऐसा हो जाता है ... लाजवाब गज़ल है भाई ... कमाल के शेर हैं सभी ...

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  9. bahut achha likha hai, prem se bhari hui paati ki tarah.

    shubhkamnayen

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  10. अति सुन्दर भावमय प्रस्तुति.
    मन को भावविभोर करती हुई.

    आपकी गहन दार्शनिक प्रस्तुति के लिए आभार.

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  11. उनकी बाँहों में मरूं या उनकी राहों में मरूं
    फर्क क्या है जब उन्ही की जिंदगानी हो गयी.

    बहुत खूबसूरत .

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  12. कहा मैंने इस दिल से ,इसे याद रख
    उन्हें तुमसे नफ़रत हैं ,उल्फत नहीं |

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  13. अपने सभी प्रियजनों का हृदय से आभार !

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