यह न कोई शिगूफा है ...न कोई कविता और न ही चर्चा में आने का सस्ता हथकंडा
प्रोडक्ट की कीमत
मैं
(आनंद द्विवेदी) खुद को बेंच रहा हूँ ! और चूँकि मैं इसी समाज में रहता
हूँ इसलिए ये बात सोशल नेटवर्किंग के जरिये भी कह रहा हूँ, मैं बहुत गंभीर
हूँ इसलिए आपसे गुजारिश है कि 'आफर दस्तावेज' को बहुत ध्यान से पढ़िए !
पहले प्रोडक्ट परिचय
आनंद द्विवेदी
आनंद द्विवेदी
स्नातक
उम्र ४३ वर्ष ! पब्लिक रिलेशंस के क्षेत्र में २० साल का अनुभव
शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ, जिम्मेदार, इमानदार, बात के पक्के (इन बातों का वाणिज्यिक रूप से कोई महत्त्व नहीं)
किसी भी तरह का कोई संक्रामक रोग नही |
शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ, जिम्मेदार, इमानदार, बात के पक्के (इन बातों का वाणिज्यिक रूप से कोई महत्त्व नहीं)
किसी भी तरह का कोई संक्रामक रोग नही |
प्रोडक्ट की कीमत
25,00000 ( रूपये २५ लाख मात्र ) किसी को यह रकम बहुत ज्यादा लग सकती है किसी को कम ..पर मेरे लिए न कम है न ज्यादा
अब
प्लस प्वाइंट और रिस्क फैक्टर
पहले प्लस प्वाइंट
१- देसी और मेहनती आदमी है | गांव में किसानी के सारे कामों से लेकर शहरी जिंदगी के सारे कामो को बखूबी अंजाम दे सकता है !
२- घर में झाड़ू पोंछा से लेकर घर के सारे काम (खाना बनाना नहीं आता) ऑफिस मैनेजमेंट कम सुपरविजन, फैक्ट्री में कोई भी काम | काम अगर बहुत टेक्नीकल है तो बंदा भी बहुत कुशाग्र बुद्धि का है कोई भी बात दो बार से ज्यादा नहीं समझानी पड़ती |
३- कंप्यूटर से सम्बन्धित सारे वो काम जो एक आम ऑफिस के लिए जरूरी होते हैं |
४- अगर पढ़ने और लिखने की खुली छूट दी जाये तो...इन्वेस्ट की गयी रकम आश्चर्यजनक रूप से बहुत जल्दी रिकवर की जा सकती है |
५- जिंदगी और समाज की अपनी उम्र से ज्यादा समझ है ... कभी भी इसका उपयोग किया जा सकता है !
६- बिकने के तुरंत बाद से ही शरीर, नाम और मजहब स्वयं का नहीं क्रेता (खरीददार) के अनुसार रहेगा और क्रेता के पूर्ण स्वामित्व में रहेगा | और इसी से यह बात भी साफ़ है कि क्रेता को पूर्ण अधिकार होगा कि वो इस शरीर को कैसा खाना दे कितना दे ...क्या पहनने को दे क्या ना दे जैसे रखना चाहे रखे !
अब
प्लस प्वाइंट और रिस्क फैक्टर
पहले प्लस प्वाइंट
१- देसी और मेहनती आदमी है | गांव में किसानी के सारे कामों से लेकर शहरी जिंदगी के सारे कामो को बखूबी अंजाम दे सकता है !
२- घर में झाड़ू पोंछा से लेकर घर के सारे काम (खाना बनाना नहीं आता) ऑफिस मैनेजमेंट कम सुपरविजन, फैक्ट्री में कोई भी काम | काम अगर बहुत टेक्नीकल है तो बंदा भी बहुत कुशाग्र बुद्धि का है कोई भी बात दो बार से ज्यादा नहीं समझानी पड़ती |
३- कंप्यूटर से सम्बन्धित सारे वो काम जो एक आम ऑफिस के लिए जरूरी होते हैं |
४- अगर पढ़ने और लिखने की खुली छूट दी जाये तो...इन्वेस्ट की गयी रकम आश्चर्यजनक रूप से बहुत जल्दी रिकवर की जा सकती है |
५- जिंदगी और समाज की अपनी उम्र से ज्यादा समझ है ... कभी भी इसका उपयोग किया जा सकता है !
६- बिकने के तुरंत बाद से ही शरीर, नाम और मजहब स्वयं का नहीं क्रेता (खरीददार) के अनुसार रहेगा और क्रेता के पूर्ण स्वामित्व में रहेगा | और इसी से यह बात भी साफ़ है कि क्रेता को पूर्ण अधिकार होगा कि वो इस शरीर को कैसा खाना दे कितना दे ...क्या पहनने को दे क्या ना दे जैसे रखना चाहे रखे !
७- क्रेता को जब भी लगे कि अब प्रोडक्ट उसके काम का नहीं रह गया है वह
उसे तत्काल मुक्त हो सकता है ! क्रेता का प्रोडक्ट पर स्वामित्व तो रहेगा
..मगर कोई भी जिम्मेदारी नहीं !
अब रिस्क फैक्टर
१- प्रोडक्ट नवंबर में ४४ साल का हो जायेगा .... युवाओं की तरह बहुत अधिक शारीरिक श्रम की उम्मीद ना करें
१- प्रोडक्ट नवंबर में ४४ साल का हो जायेगा .... युवाओं की तरह बहुत अधिक शारीरिक श्रम की उम्मीद ना करें
२- सौदा 'संपन्न' होने के बाद प्रोडक्ट डिलवरी में ४ से ५ दिन का समय
लगेगा (ये समय कुछ देनदारियां निपटाने और गांव कि कुछ पुश्तैनी अचल संपत्ति
को परिवार के नाम हस्तांतरित करने में लगेगा इस दौरान क्रेता या उसका कोई
नामित प्रतिनिधि प्रोडक्ट को अपनी निगरानी में रख सकता है )
३- चूँकि प्रोडक्ट एक शरीर भी है जिसकी कोई गारंटी नहीं होती ...इसलिए क्रेता को प्रोडक्ट का बीमा करवाने की सलाह दी जाती है !
३- चूँकि प्रोडक्ट एक शरीर भी है जिसकी कोई गारंटी नहीं होती ...इसलिए क्रेता को प्रोडक्ट का बीमा करवाने की सलाह दी जाती है !
नोट :- यह एक फेसबुकिया स्टेटस नहीं है ...इसे लाइक और इस पर कमेन्ट ना करें ! इच्छुक खरीददार anandkdwivedi@gmail.com
पर मेल करें | मेमोरंडम ऑफ़ अन्डरस्टैंडिंग बनवाते समय कानूनी पहलुओं का
ध्यान रखा जायेगा और ये खरीददार और प्रोडक्ट जैसे शब्द वकील की सलाह के
अनुसार हटाये जा सकते हैं |
धन्यवाद !
धन्यवाद !
भाई इस आफर पर हम में से हर कोई है...
जवाब देंहटाएंअच्छा भाई यहाँ भी कंप्टीशन ??
हटाएंएक और इंसान ने खुद का तमाशा बना कर खुद को पेश किया ........बकवास
जवाब देंहटाएंKYA BAAT HAI SIR AAP HI AA GAE MARKET ME.
जवाब देंहटाएंVAISE KAFI ACHHA DISCRIPTION DIYA HAI APNA.
NICE ONE
शुक्रिया दोस्तों इस विज्ञापन को विज्ञापन ही रहने देने के लिए :)
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