हो सकता है कभी याद तुमको आजाऊं
ऐसा मुमकिन कम है लेकिन हो सकता है
हो सकता है कभी उन्हीं राहों से गुजरो
हो सकता है उस नदिया तक फिर जाना हो
हो सकता है साजन तेरा मिलने आये
हो सकता है उस बगिया तक फिर जाना हो
हो सकता है फिर से वो चिड़ियों का जोड़ा
देखे तुमको आँखों में कुछ विस्मय भरकर
हो सकता है गीत वही फिर टकरा जाएँ
डूब गये थे हम गहरे जिन को सुन सुन कर
पल भर को चितवन में बस मैं ही छा जाऊं हो सकता है साजन तेरा मिलने आये
हो सकता है उस बगिया तक फिर जाना हो
हो सकता है फिर से वो चिड़ियों का जोड़ा
देखे तुमको आँखों में कुछ विस्मय भरकर
हो सकता है गीत वही फिर टकरा जाएँ
डूब गये थे हम गहरे जिन को सुन सुन कर
ऐसा मुमकिन कम है लेकिन हो सकता है
हो सकता है फिर से वही चांदनी छाये
हो सकता है नौका में बैठो फिर से तुम
हो सकता रिमझिम सावन फिर से बरसे
बहती धारा में मुमकिन पैठो फिर से तुम
तेरे बालों की मेहँदी की खुशबू शायद
हो सकता है कभी किसी को पागल करदे
गोरे गोरे पांव चूम ले कोई शायद
बस इतनी सी बात नयन में बादल भर दे
तुम फिर गाओ गीत और मैं सुन भी पाऊंहो सकता है नौका में बैठो फिर से तुम
हो सकता रिमझिम सावन फिर से बरसे
बहती धारा में मुमकिन पैठो फिर से तुम
तेरे बालों की मेहँदी की खुशबू शायद
हो सकता है कभी किसी को पागल करदे
गोरे गोरे पांव चूम ले कोई शायद
बस इतनी सी बात नयन में बादल भर दे
ऐसा मुमकिन कम है लेकिन हो सकता है !!
आनंद द्विवेदी
१० जनवरी २०१२
बिलकुल हो सकता है...
जवाब देंहटाएंबहुत भावभीनी रचना..
सादर.
सब कुछ होसकता है...सुन्दर
जवाब देंहटाएंआजकल ,आपने रुलाने का ठेका ले रखा है क्या?बहुत सुन्दर.....आँखें नम हो गयीं.
जवाब देंहटाएंरुलाते तो आप हो निधि मैं तो आंसू सूख जाने कि जुगत में हूँ.
हटाएंजिंदगी में जो होता हैं वो बिन सोचे ही होता हैं ....
जवाब देंहटाएंकभी भी कुछ भी हो सकता हैं ......
संभावनाओं का आकाश बहुत ऊँचा होता है...
जवाब देंहटाएंसब कुछ संभव है...!
तुम फिर गाओ गीत और मैं सुन भी पाऊं
हटाएंऐसा मुमकिन कम है लेकिन हो सकता है !!
Bhahut bhavuk!
हो सकता है सब कुछ हो सकता ... बहुत सुन्दर भाव...
जवाब देंहटाएंho to sakta hi hai...
जवाब देंहटाएंहो सकता है .... सच में हो न हो ...यादों में तो हो ही सकता है / वाह आनद जी अच्छी सोच
जवाब देंहटाएंवाह ...बहुत बढि़या।
जवाब देंहटाएंतेरे बालों की मेहँदी की खुशबू शायद
जवाब देंहटाएंहो सकता है कभी किसी को पागल करदे
गोरे गोरे पांव चूम ले कोई शायद
बस इतनी सी बात नयन में बादल भर दे
तुम फिर गाओ गीत और मैं सुन भी पाऊं
ऐसा मुमकिन कम है लेकिन हो सकता है !!
सब कुछ possible है इस जिंदगी में....
होना भी.....
न होना भी.....!
लेकिन उसे हम किस तरह लेते हैं ये अपने हाथ में है......!!
इसलिए.....
be positive.......!!!
केवल पाजिटिव होने से हो सकता तो .... खैर छोड़ो.... मुझे सूरज चाहिए ...और मैं इतना पाजिटिव हूँ कि बस सूरज को छूने ही वाला हूँ
हटाएंमगर .....
अगर-मगर कुछ नहीं
हटाएंबस......
"तथास्तु.............."
उम्मीद पर दुनिया कायम है..बिलकुल हो सकता है ..आमीन.सुन्दर कविता.
जवाब देंहटाएंहो सकता है आनंद शाहब " नथिंग इम्पोसिबल " आगे बढिए तो सही |
जवाब देंहटाएं----------------------------------------------------
दो कदम हमने बढाया, साथ आपका मिला |
ये मिलन ही बन गया, कामयाबियों का सिलसिला ||
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धन्यवाद |
हाँ आकाश जी :) आभार आपका !
हटाएंजहां चाह वहाँ रहा सब कुछ हो सकता है। सुंदर कविता ... http://aapki-pasand.blogspot.com/2012/02/blog-post_03.html
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत खूबसूरत नज़्म है आदरणीय आनंद भाई...
जवाब देंहटाएंमिश्रा जी आपका आगमन मन को खुश कर गया ..आभार !
हटाएंआप सभी मित्रों को दिल से शुक्रिया !!
जवाब देंहटाएंउम्मीद है तो दुनिया कायम है ....
जवाब देंहटाएंइतनी इतनी बातें कह दीं
जवाब देंहटाएंइतने इतने लोगों ने
अपना कुछ कहना न कहना
बेमानी सा लगता है
सजा हुआ पलकों पे मोती
मैला पानी लगता है
प्रिय सतीश भैया ..और जैरथ जी आभार आपका !
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