घर के किस्से आम, नहीं चहिये भाई
बद अच्छा, बदनाम, नहीं चहिये भाई
कुछ साथी बस साथ खड़े हों जीवन में
ज्यादा दुआ सलाम, नहीं चहिये भाई
शायर क्या जो मन का शाहँशाह न हो
पूँछ हिलाकर नाम नहीं चहिये भाई
औरों को दुख देकर अपना काम बने
मुझको ऐसा काम नहीं चहिये भाई
बेटी गर्भ गिराया, बेटा पाने को
उनसे सीताराम नहीं चहिये भाई
दो लफ़्जों में दिल की बातें होती हैं
ज्यादा बड़ा कलाम नहीं चहिये भाई
जीवन में आनंद , भले थोड़ा कम हो
जीवन में कोहराम नहीं चहिये भाई
- आनंद
बद अच्छा, बदनाम, नहीं चहिये भाई
कुछ साथी बस साथ खड़े हों जीवन में
ज्यादा दुआ सलाम, नहीं चहिये भाई
शायर क्या जो मन का शाहँशाह न हो
पूँछ हिलाकर नाम नहीं चहिये भाई
औरों को दुख देकर अपना काम बने
मुझको ऐसा काम नहीं चहिये भाई
बेटी गर्भ गिराया, बेटा पाने को
उनसे सीताराम नहीं चहिये भाई
दो लफ़्जों में दिल की बातें होती हैं
ज्यादा बड़ा कलाम नहीं चहिये भाई
जीवन में आनंद , भले थोड़ा कम हो
जीवन में कोहराम नहीं चहिये भाई
- आनंद
बेहतरीन..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर
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