उसके कानों में
इन्द्रधनुष की बालियाँ हैं
घनघमंड उसकी आँखों में बसते हैं
उसके आँसुओं से
दुनिया भर के मानसूनी जंगलों को
जीवन मिलता है
हरा सावन
हरी चूड़ियाँ
हरी हरी मेहँदी ... और
जब वो नाचकर गाती है 'हरियाला बन्ना आया रे'
तब
मैंने कई बार देखा है
वहाँ की ज़मीन हरी हो जाती है
कई बार जब वो अपने लिए
एक अदद हरा समन्दर खोजने निकलती है
एक साधू बाबा
उसकी राहों को बुहारता हुआ अक्सर दिख जाता है
ब्रह्माण्ड के अंतिम छोर पर
हरे ग्रह की ओर जाती हुई
मेरी माँ
ढाई क़दमों में ही नाप लेती है
इस कायनात को
फ़कीर मुस्कराता है
और माँ भी !
फिर भी उसे खुद से शिकायत है
कि
ये आसमान नीला क्यों है
और
उसकी चमड़ी का रंग
हरा क्यों नहीं है !
_____________
मैंने कई बार देखा है
वहाँ की ज़मीन हरी हो जाती है
कई बार जब वो अपने लिए
एक अदद हरा समन्दर खोजने निकलती है
एक साधू बाबा
उसकी राहों को बुहारता हुआ अक्सर दिख जाता है
ब्रह्माण्ड के अंतिम छोर पर
हरे ग्रह की ओर जाती हुई
मेरी माँ
ढाई क़दमों में ही नाप लेती है
इस कायनात को
फ़कीर मुस्कराता है
और माँ भी !
फिर भी उसे खुद से शिकायत है
कि
ये आसमान नीला क्यों है
और
उसकी चमड़ी का रंग
हरा क्यों नहीं है !
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- आनंद द्विवेदी
९ -०८-२०१२
Bahut,bahut sundar!
जवाब देंहटाएंbahut sunder abhubyakti.bahut badhaai aapko .
जवाब देंहटाएंmere blog per aapka swagat hai.chaar mahine baad mera blog shooroo ho payaa hai .kuch probelam aa gai thi.ab phir se main aap sabke saath apne blog ke madhyam se jud paungi.thanks.
behad khubsurat abhivyakti
जवाब देंहटाएंआप सभी मित्रों का हार्दिक आभार !
जवाब देंहटाएंWhy visitors still make use of to read news papers when in this
जवाब देंहटाएंtechnological world everything is accessible on net?
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Sundar!
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