काबा भी खूब जाइए काशी भी जाइए
पहले दिलों में प्यार के दीपक जलाइए
आँखों को नम न कीजिये यूँ बात बात पर
दुनिया के ग़म भी देखिये कुछ मुस्कराइए
फौरन से पेश्तर सुकून दिल को मिलेगा
बच्चों के साथ खेलिए उनको हंसाइये
महफ़िल में दिल का दर्द बयाँ कर चुकें हों तो
फ़ाका-क़शों की बात भी थोड़ी चलाइये
सत्संग से मिलाद से कुछ वक़्त बचे तो
दो पल की किसी गरीब का बच्चा पढ़ाइये
बदलाव चाहते हैं तो बदलाव कीजिये
नाहक न यहाँ मुल्क की कमियां गिनाइये
'आनंद' वहीं है जहाँ दुनिया में दर्द है
अपने को इस तरह से सभी का बनाइये
- आनंद
२५-०७-२०१२
हमेशा की तरह ...बहुत सुंदर भाव ....!!
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें आनंद भाई ...!!
वाह......
जवाब देंहटाएंसारी नसीहतें सर आँखों पर...
बेहतरीन गज़ल..
सादर
अनु
gahari abhivaykti....
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी -अच्छी बाते कही है आपने सर जी..
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया , सुन्दर भाव लिए रचना...
:-)
बदलाव चाहते हैं तो बदलाव कीजिये
जवाब देंहटाएंनाहक न यहाँ मुल्क की कमियां गिनाइये
वाह ये कही ना आपने एकदम खरी बात...सुन्दर प्रस्तुति...बहुत-बहुत आभार
फौरन से पेश्तर सुकून दिल को मिलेगा
जवाब देंहटाएंबच्चों के साथ खेलिए उनको हंसाइये
बहुत खूब .... खूबसूरत गजल
बदलाव चाहते हैं तो बदलाव कीजिये
जवाब देंहटाएंनाहक न यहाँ मुल्क की कमियां गिनाइये....काश हम में से हरेक इस तरह सोचे...और कुछ करे
महफ़िल में दिल का दर्द बयाँ कर चुकें हों तो
जवाब देंहटाएंफ़ाका-क़शों की बात भी थोड़ी चलाइये
सत्संग से मिलाद से कुछ वक़्त बचे तो
दो पल की किसी गरीब का बच्चा पढ़ाइये\ वाह बहुत खूब। सुन्दर गज़ल।
फौरन से पेश्तर सुकून दिल को मिलेगा
जवाब देंहटाएंबच्चों के साथ खेलिए उनको हंसाइये
वाह ... बहुत खूब मन को छूते हुए भाव
बदलाव चाहते हैं तो बदलाव कीजिये
जवाब देंहटाएंनाहक न यहाँ मुल्क की कमियां गिनाइये
बहुत सुंदर..यूँ तो हर शेर लाजवाब है..
आँखों को नम न कीजिये यूँ बात बात पर
जवाब देंहटाएंकुछ एहतियात बरतिए कुछ मुस्कराइए
...........::)))))
हम तो इतना जानते है कि बदलाव चाहते है तो पहले खुद को बादल के दिखाइए !
जवाब देंहटाएंकारगिल युद्ध के शहीदों को याद करते हुये लगाई है आज की ब्लॉग बुलेटिन ... जिस मे शामिल है आपकी यह पोस्ट भी – देखिये - कारगिल विजय दिवस 2012 - बस इतना याद रहे ... एक साथी और भी था ... ब्लॉग बुलेटिन – सादर धन्यवाद
खूबसूरत एहसास ...दुआ हैं की ऐसे ही लिखते रहे आप
जवाब देंहटाएंKHOOBSURAT GAZAL...
जवाब देंहटाएंबदलाव चाहते हैं तो बदलाव कीजिये
जवाब देंहटाएंनाहक न यहाँ मुल्क की कमियां गिनाइये...
सार्थक पंक्तियाँ... :)
फौरन से पेश्तर सुकून दिल को मिलेगा
जवाब देंहटाएंबच्चों के साथ खेलिए उनको हंसाइये
Kitna sundar khayal hai!
फौरन से पेश्तर सुकून दिल को मिलेगा
जवाब देंहटाएंबच्चों के साथ खेलिए उनको हंसाइये ..
बहुत ही उम्दा बात ... लाजवाब शेर है इस गज़ल का ... बहुत खूब ..
बहुत खूबसूरत गज़ल है आनंद जी
जवाब देंहटाएंआशा
बदलाव चाहते हैं तो बदलाव कीजिये
जवाब देंहटाएंनाहक न यहाँ मुल्क की कमियां गिनाइये....
क्या बात है... वाह!
सादर बधाई स्वीकारें।