अल्लाह करे आप पर मौला की नज़र हो
अल्लाह करे आपका खुशबू का सफ़र हो
मेरे उठे हैं हाथ दुआओं में आज फिर
अल्लाह करे मेरी दुआओं में असर हो
तेरी नज़र के ज़ख्म को जन्नत बना लिया
अल्लाह करे आपकी हर शय पे नज़र हो
इक शख्स दबे पाँव जहाँ से चला गया
अल्लाह करे आपको ये भी न खबर हो
'आनंद' अगर और शबे-ग़म हों राह में
अल्लाह करे फिर न इसी शब की सहर हो
- आनंद
२२ जून २०१२
बहुत खूबसूरत गज़ल
जवाब देंहटाएंमेरे उठे हैं हाथ दुआओं में आज भी
जवाब देंहटाएंअल्लाह करे मेरी दुआओं में असर हो
आमीन
्गज़ब की गज़ल है ।
जवाब देंहटाएंrealy again a great poetry sir i m ur fan
जवाब देंहटाएंबहुत खूब
जवाब देंहटाएंशनिवार 30/06/2012 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. आपके सुझावों का स्वागत है . धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंwah !!
जवाब देंहटाएंअल्लाह करे तेरी दुआओं में असर हो......
जवाब देंहटाएंअमीन.....!!
अल्लाह करे आप पर मौला की नज़र हो
जवाब देंहटाएंअल्लाह करे आपका खुशबू का सफ़र हो
बहुत खूबसूरत ग़ज़ल... शुभकामनायें
आप सभी मित्रों का हार्दिक आभार !
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