जैसे पानी का एक बुलबुला ....
सपना तो
बिलकुल भी नहीं था
था तो हकीकत ही ...
मगर
इन कमबख्त बुलबुलों की
उम्र ही कितनी होती है
कुछ तो आवाज़ भी नहीं करते ....
मेरा प्यार....
खामोश बुलबुला तो नहीं था न ?
_______________________
लगता ही नही
मैंने
जन्नत नही देखी
याकि मैं
इस धरती का
रहने वाला हूँ,
तुमको पाकर
लगता ही नही
कि
मुझमे कुछ कमी है !
आनन्द द्विवेदी १३-१४/०७/२०११
कुछ तो आवाज़ भी नहीं करते ....
जवाब देंहटाएंमेरा प्यार....
खामोश बुलबुला तो नहीं था न ?
बहुत खूब कहा है ।
सभी बढ़िया ... दूसरी और अंतिम बहुत बढ़िया ...
जवाब देंहटाएं"प्रेमी कभी इतिहास में
जवाब देंहटाएंदर्ज नही होते
वहां केवल बुद्धिमान होते हैं
प्रेम तो मिट जाने का नाम है
और तुम में
वो हिम्मत नही
बड़ी मुस्किल से पहुंचे हो तुम यहाँ तक
तुम्हारे लिए
ज्ञान मार्ग ही ठीक है ||"
सही कहा है....
"प्रेम गली अति सांकरी
यामे दो न समाये "
प्रेम की गली ही होती है
जिसमें चलते-चलते चलने वाला गुम हो जाता है..
और ज्ञान मार्ग पर चलने वाला चलता ही जाता है
किसी मंजिल के इंतज़ार में...
किसी निष्कर्ष को पाने की चाह में...
फिर भी मार्ग ख़त्म नहीं होता
हाँ !! पगडंडी चलते-चलते कहीं न कहीं गुम ज़रूर हो जाती है..!!
शायद इसीलिए ज्ञानियों के इतिहास के पन्नों से
उनको प्रेम करने वालों के नाम नदारत हैं !!
hats of to you !!
आपके हर कीड़े की कुलबुलाहट
जवाब देंहटाएंकुछ नया ही अनुभव दे जाती है !
इस कुलबुलाहट को समझने में भी...
"कई जन्म लग सकते हैं !"
और किसी का प्यार...
"खामोश बुलबुला तो नहीं ?"
भले ही आवाज़ न हो फिर भी
उसके अस्तित्व से कैसे कोई नकार सकता है...!!
आपके हर कीड़े की कुलबुलाहट
जवाब देंहटाएंकुछ नया ही अनुभव दे जाती है !
इस कुलबुलाहट को समझने में भी...
"कई जन्म लग सकते हैं !"
और किसी का प्यार
"खामोश बुलबुला तो नहीं ?"
भले ही आवाज़ न हो फिर भी
उसके अस्तित्व से कैसे कोई नकार सकता है...!!
आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल कल 11 - 08 - 2011 को यहाँ भी है
जवाब देंहटाएंनयी पुरानी हल चल में आज- समंदर इतना खारा क्यों है -
बहुत ही बढ़िया सर ।
जवाब देंहटाएंसादर
प्रेम को नये अंदाज में बयाँ करना .......... बेहद अच्छा लगा.
जवाब देंहटाएंक्या कहूँ हर बार निशब्द हो जाती हूँ ।
जवाब देंहटाएंक्या बात है कोई एक हो तो तारीफ़ की जाये सारी की सारी एक से बढ़ कर एक मगर फ़िर भी मुझे यह बहुत अच्छी लगी...
जवाब देंहटाएंलगता ही नही
मैंने
जन्नत नही देखी
याकि मैं
इस धरती का
रहने वाला हूँ,
तुमको पाकर
लगता ही नही
कि
मुझमे कुछ कमी है !