गुरुवार, 3 फ़रवरी 2011

आज तक नही मिला है मुझे.....



आप सा यार आज तक नही मिला है मुझे,
आपका प्यार आज तक नही मिला है मुझे!

आपको चाँद सितारों पे ढूंढ  आया हूँ,
दरो- दीवार आज तक नही मिला है मुझे!

बेवफाई के बाद भी, जो मुस्कराया हो,
वो अदाकार आजतक नही मिला है मुझे!

भूख के बावजूद, जो ग़ज़ल सुनाता हो,
ऐसा फ़नकार आजतक नही मिला है मुझे!

वक़्त मिलता तो, तेरा वक़्त बदल देता मैं,
वक़्त तू यार आज तक नही मिला है मुझे!

जब मिलेगा यही 'आनंद' मिलेगा  तुमको ,
ये  ऐतबार आजतक नही मिला है मुझे !!

          --आनंद द्विवेदी ०३/०२/२०११

12 टिप्‍पणियां:

  1. mukesh ab kya sab kuchh batana jaroori hai kya, waise thanks bhai.

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  2. राय साहब हौसला अफ़जाई के लिए शुक्रिया !

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  3. भूख के बावजूद जो ग़ज़ल सुनाता हो

    ऐसा फनकार आज तक नहीं मिला है मुझे

    उम्दा शेर ,,,,,सुन्दर ग़ज़ल

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  4. वाह आनद जी ..गज़ल गज़ब की ... और आपका ऐतबार .. बहुत खूब... शुक्रिया ..

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  5. वक़्त मिलता तो, तेरा वक़्त बदल देता मैं,
    वक़्त तू यार आज तक नही मिला है मुझे!

    वक़्त का हर शय पे राज़ ......

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  6. डा. नूतन जी बहुत-बहुत शुक्रिया...क्षमा चाहता हूँ विलम्ब से आपको प्रतिउत्तर दे पाया !

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  7. और हीर जी आपका कुछ भी कहा मेरे लिए आशीर्वाद जैसा है... धन्यवाद आपको.!

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