आनंद
एक 'आनंद' वहाँ भी है जहाँ बेवजह आँख छलछला जाये !
शुक्रवार, 27 मई 2022
खुशियों..!
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खुशियों अबकी घर आना तो साथ बहाने मत लाना थोड़ा सा मरहम ले आना, जख़्म पुराने मत लाना चश्मा, चप्पल, फ़ोन, चार्जर और दवाई रख लेना सिगरेट की डिब...
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मंगलवार, 10 मई 2022
जिंदगी
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रंग क्या-क्या दिखाती रही उम्र भर जिंदगी कुछ सिखाती रही उम्र भर एक मिसरा ग़ज़ल का नहीं बन सकी जाने क्या बुदबुदाती रही उम्र भर जिस...
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शुक्रवार, 18 मार्च 2022
होली और फाग
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फाग -------- कल से कुछ साथी बार बार इस फाग का जिक्र कर रहे हैं लगभग 25 वर्ष हो गए इसको पूरे मनोयोग से गाये हुए अब सब भूल गया हूँ फिर भी कोशि...
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बुधवार, 19 जनवरी 2022
हारे ही क्यों
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जो कुछ था सब हारे ही क्यों उसकी राह निहारे ही क्यों ठौर न कोई और मिला क्या उसके गाँव दुआरे ही क्यों जब हिस्से का दो ग़ज तय था ...
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सोमवार, 27 दिसंबर 2021
इक न इक दिन..
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इत्र बनेंगे उड़ जाएंगे इक न इक दिन ऐसे रुख़सत हो जाएंगे इक न इक दिन लिए पोटली खट्टी मीठी यादों की उनकी गलियों में जाएंगे इक न इक दिन पत्...
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