आनंद
एक 'आनंद' वहाँ भी है जहाँ बेवजह आँख छलछला जाये !
शनिवार, 14 फ़रवरी 2015
नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला
कई मित्र अक्सर ग़ज़ल संग्रह 'फ़ुर्सत में आज' के बारे में पूछ बैठते हैं ... मुझे भी इसी तरह गाहे-बगाहे अपनी किताब की याद आ जाती है, बहरहाल उन्हीं मित्रों के लिए सूचना कि पुस्तक 'दुनिया किताब मेले में "बोधि प्रकाशन" के स्टाल पर उपलब्ध है !
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