tag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post953380580693134006..comments2024-03-25T07:26:20.636+05:30Comments on आनंद: इतना काफी है एक उम्र बिताने के लिए आनंदhttp://www.blogger.com/profile/06563691497895539693noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-83329996413756970912011-12-02T14:53:34.971+05:302011-12-02T14:53:34.971+05:30दो कदम साथ चलोगे तो समझ जाओगे,
ये जो 'आनंद'...दो कदम साथ चलोगे तो समझ जाओगे,<br />ये जो 'आनंद' है वो अपना बनाने के लिए | <br /><br />वाह,क्या बात है.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-53493384712040611522011-12-01T11:15:00.043+05:302011-12-01T11:15:00.043+05:30बेरहम वक़्त से उम्मीद भला क्या करना,
खुद ही जलना ह...बेरहम वक़्त से उम्मीद भला क्या करना,<br />खुद ही जलना है यहाँ शम्मा जलाने के लिए |<br />वाह!<br />बेहतरीन भाव...!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-55649498756717160672011-11-29T20:21:55.557+05:302011-11-29T20:21:55.557+05:30एक बेनाम सा अहसास और एक कसक,
इतना काफी है एक उम्...एक बेनाम सा अहसास और एक कसक, <br />इतना काफी है एक उम्र बिताने के लिए | <br /><br />कसमे वादे, हसीन ख्वाब और रंज-ओ-ग़म,<br />छोड़ आया हूँ मैं, ये काम जमाने के लिए |<br /><br />और फिर आनंद ही आनंद........!!***Punam***https://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-42412321577969760252011-11-29T15:04:06.893+05:302011-11-29T15:04:06.893+05:30बेरहम वक़्त से उम्मीद भला क्या करना,
खुद ही जलना ह...बेरहम वक़्त से उम्मीद भला क्या करना,<br />खुद ही जलना है यहाँ शम्मा जलाने के लिए |<br /><br />एक बेनाम सा अहसास और एक कसक,<br />इतना काफी है एक उम्र बिताने के लिए | <br />Behad sundar panktiyan!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-37903147555948212532011-11-28T22:56:03.003+05:302011-11-28T22:56:03.003+05:30रचना ....जो दिल छू गयी !!
मेरे गीत की साइड बार में...रचना ....जो दिल छू गयी !!<br />मेरे गीत की साइड बार में है यह रचना !<br />शुभकामनायें आपको !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-54807005845391498452011-11-28T22:32:03.921+05:302011-11-28T22:32:03.921+05:30Adbhut...Behtareen
www.poeticprakash.comAdbhut...Behtareen<br /><br />www.poeticprakash.comPrakash Jainhttps://www.blogger.com/profile/04801182284591806629noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-49395458451616620952011-11-28T18:36:57.635+05:302011-11-28T18:36:57.635+05:30सचमुच एक अहसास ही काफ़ी है उसका.. और इस अहसास के स...सचमुच एक अहसास ही काफ़ी है उसका.. और इस अहसास के साथ ही जीवन शुरू होता है उसके पहले तो बस तैयारी ही होती है...Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-75404578631302696402011-11-28T17:54:15.620+05:302011-11-28T17:54:15.620+05:30बेरहम वक़्त से उम्मीद भला क्या करना,
खुद ही जलना ह...बेरहम वक़्त से उम्मीद भला क्या करना,<br />खुद ही जलना है यहाँ शम्मा जलाने के लिए |<br />waahरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-75749891749466669232011-11-28T17:32:32.984+05:302011-11-28T17:32:32.984+05:30ये वो साज़ है
इसे तनहाइयों में पढ़ो
ये खामोशी की ...ये वो साज़ है<br />इसे तनहाइयों में पढ़ो <br />ये खामोशी की आवाज़ है <br />सबसे बेहतर दोस्ती ,<br /> हमारे जज़्बात हैं ||Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-91781526938564112162011-11-28T16:46:48.337+05:302011-11-28T16:46:48.337+05:30मन को छू गये आपके भाव।मन को छू गये आपके भाव।संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-56982675114878498522011-11-28T15:33:47.086+05:302011-11-28T15:33:47.086+05:30एक बेनाम सा अहसास और एक कसक,
इतना काफी है एक उम्...एक बेनाम सा अहसास और एक कसक, <br />इतना काफी है एक उम्र बिताने के लिए | <br />बहुत खूब ..क्या बात है..shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.com