tag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post880843501941710118..comments2024-03-25T07:26:20.636+05:30Comments on आनंद: मुझे रस्सी पे चलने का तजुर्बा तो नहीं, लेकिनआनंदhttp://www.blogger.com/profile/06563691497895539693noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-41822604318780975542011-10-05T10:09:20.321+05:302011-10-05T10:09:20.321+05:30क्या कहूँ......??
खूबसूरत सी ग़ज़ल...!
बस एहसास ...क्या कहूँ......??<br /><br />खूबसूरत सी ग़ज़ल...!<br /><br />बस एहसास ही भरे हैं....<br /><br /><br /><br />"जुबाँ चुप है,नज़र खामोश लेकिन दिल कहे कुछ-कुछ!<br /><br />समझना है तो समझो तुम मगर नज़दीक मत आओ....!! <br /><br />***punam***<br />"bas yun...hi "Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-57637522003877167862011-10-01T23:13:05.011+05:302011-10-01T23:13:05.011+05:30खूबसूरत गज़ल .
मेरी खामोशियाँ बोलेंगी, और वो बात ...खूबसूरत गज़ल .<br /><br />मेरी खामोशियाँ बोलेंगी, और वो बात सुन लेगा,<br />जो कहना है मैं कह दूंगा, इशारों पास मत आओ |<br /><br />कई सदियों तलक मैंने भी, काटे चाँद के चक्कर ,<br />बड़ी मुश्किल से ठहरा हूँ, सितारों पास मत आओ |<br /><br />बहुत खूबसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-7544988880038337432011-10-01T22:16:32.346+05:302011-10-01T22:16:32.346+05:30खूबसूरत गजल
ग़ज़ल,पसंद आए तो LIKE करेंखूबसूरत गजल<br /><a href="http://www.catchmypost.com/index.php/hindi-corner/kavita/492-2011-09-22-21-19-45" rel="nofollow">ग़ज़ल,पसंद आए तो LIKE करें</a>दिलबागसिंह विर्कhttps://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-63765923476384148512011-10-01T20:03:27.627+05:302011-10-01T20:03:27.627+05:30महज़ 'आनंद' की खातिर , गंवाओ मत सुकूँ अपना...महज़ 'आनंद' की खातिर , गंवाओ मत सुकूँ अपना,<br />न चलना साथ हो मुमकिन, तो यारों पास मत आओ ||<br />bhaut hi sundar gazal....विभूति"https://www.blogger.com/profile/11649118618261078185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-54112439891796169962011-10-01T20:00:05.450+05:302011-10-01T20:00:05.450+05:30मुझे रस्सी पे चलने का, तजुर्बा तो नहीं, लेकिन
म...मुझे रस्सी पे चलने का, तजुर्बा तो नहीं, लेकिन<br />मैं फिर भी पार कर लूँगा, सहारों पास मत आओ |<br /><br />मेरी खामोशियाँ बोलेंगी, और वो बात सुन लेगा,<br />जो कहना है मैं कह दूंगा, इशारों पास मत आओ |<br />Kya gazab kee panktiyan hain!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-26065106288609634352011-10-01T15:30:57.933+05:302011-10-01T15:30:57.933+05:30मुझे रस्सी पे चलने का, तजुर्बा तो नहीं, लेकिन
म...मुझे रस्सी पे चलने का, तजुर्बा तो नहीं, लेकिन<br />मैं फिर भी पार कर लूँगा, सहारों पास मत आओ <br /><br />वाह ..बहुत खूब कहा है ..।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.com