tag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post7375830826609871447..comments2024-03-25T07:26:20.636+05:30Comments on आनंद: जंग ये जारी नहीं तो और क्या है दोस्तों आनंदhttp://www.blogger.com/profile/06563691497895539693noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-88381270721297777802012-10-11T16:41:27.413+05:302012-10-11T16:41:27.413+05:30नीरज जी गज़ल की खुशकिस्मती कि उसे आपका स्नेह मिला ...नीरज जी गज़ल की खुशकिस्मती कि उसे आपका स्नेह मिला आवश्यक फेरबदल हो गया है मार्गदर्शन के लिये हृदय से आभार !आनंदhttps://www.blogger.com/profile/06563691497895539693noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-50571306510984761642012-10-11T16:30:17.262+05:302012-10-11T16:30:17.262+05:30आनंद भाई बहुत खूब शेर कहें हैं...हर शेर में रदीफ़ ...आनंद भाई बहुत खूब शेर कहें हैं...हर शेर में रदीफ़ का निर्वाह बहुत अच्छा है...अगर बुरा न माने तो एक बात कहूँ, आपके इस शेर को: <br /><br />चल रहे भाषण महज औरत वहीं की वहीं है<br />सिर्फ़ मक्कारी नहीं तो और क्या है दोस्तों<br /><br />यूँ होना चाहिए :<br /><br />चल रहे भाषण महज औरत वहीं की है वहीं <br />सिर्फ़ मक्कारी नहीं तो और क्या है दोस्तों<br /><br />एक और शेर <br /><br />कुआँ-पोखर नदी-नाले, गाँव के धंधे मरे <br />अब मेरी बारी नहीं तो और क्या है दोस्तों<br /><br />के मिश्रा-ऐ-ऊला में बहर सही से निर्वाह नहीं हुई...इसे चाहें तो यूँ कह सकते हैं:<br /><br />सब नदी नाले कुएं गावों के धंधे मर गए <br />अब मेरी बारी नहीं तो और क्या है दोस्तों<br /><br />मेरी बात का बुरा लगा हो तो क्षमा करें.<br /><br />नीरज नीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-87905543733358023582012-10-09T01:20:14.432+05:302012-10-09T01:20:14.432+05:30इश्क मिट्टी का भुलाकर हम शहर में आ गए
जिंदगी प्यार...इश्क मिट्टी का भुलाकर हम शहर में आ गए<br />जिंदगी प्यारी नहीं तों और क्या है दोस्तों<br /><br />छु गया दिल को<br /><br />बधाई होशंकर शर्माhttps://www.blogger.com/profile/02964583942506040972noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-24523066556267600402012-10-06T22:55:24.062+05:302012-10-06T22:55:24.062+05:30लाजवाब...उम्दा भाव |लाजवाब...उम्दा भाव |मन्टू कुमारhttps://www.blogger.com/profile/00562448036589467961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-75044205587521157072012-10-06T20:43:35.491+05:302012-10-06T20:43:35.491+05:30 बहुत खुबसूरत रचना अभिवयक्ति.........
बहुत खुबसूरत रचना अभिवयक्ति......... <br />विभूति"https://www.blogger.com/profile/11649118618261078185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-37934974305258354252012-10-06T17:01:45.708+05:302012-10-06T17:01:45.708+05:30जिंदगी के कुछ राज़ अभी भी छिपे हैं दोस्त ....जिंदगी के कुछ राज़ अभी भी छिपे हैं दोस्त ....Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-71818132974901652552012-10-06T16:10:55.608+05:302012-10-06T16:10:55.608+05:30अमन भी हो प्रेम भी हो जिंदगी खुशहाल हो
राग दरबारी ...अमन भी हो प्रेम भी हो जिंदगी खुशहाल हो<br />राग दरबारी नहीं तो और क्या है दोस्तों<br />बहुत खूब।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.com