tag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post5491092133372762793..comments2024-03-25T07:26:20.636+05:30Comments on आनंद: कोई शिकवा ही नहीं उसको मुकद्दर के लिये आनंदhttp://www.blogger.com/profile/06563691497895539693noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-4630022647083190872011-05-05T10:24:25.420+05:302011-05-05T10:24:25.420+05:30रास्ते भर, तेरी यादें ही काम आनी हैं ,
घर में मा...रास्ते भर, तेरी यादें ही काम आनी हैं ,<br />घर में माँ होती तो, देती भी कुछ सफ़र के लिए !<br /><br />दिल को समझाना भी मुस्किल का सबब होता है ,<br />आज फिर जोर से धड़का है, ..इक नज़र के लिए !<br /><br />सिर्फ अहसास नहीं हूँ, ...... वजूद है मेरा ,<br />मैं बड़े काम का बंदा हूँ, अपने घर के लिए !<br /><br />अजीब शख्स है 'आनंद', ...फकीरों की तरह ,<br />कोई शिकवा ही नहीं उसको, ..मुकद्दर के लिए !<br /> Laajawaab Anand ji Lajawaab..Mukarrar irshaad.Neelamhttps://www.blogger.com/profile/10803510119159268464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-83025660205498221632011-04-28T15:29:28.134+05:302011-04-28T15:29:28.134+05:30रास्ते भर, तेरी यादें ही काम आनी हैं ,
घर में माँ ...रास्ते भर, तेरी यादें ही काम आनी हैं ,<br />घर में माँ होती तो, देती भी कुछ सफ़र के लिए <br />जबर्दस्त्त पंक्तियाँ हैं.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-83418456221138624302011-04-28T00:14:12.856+05:302011-04-28T00:14:12.856+05:30'रास्ते भर, ........... तेरी यादें ही काम आनी ...'रास्ते भर, ........... तेरी यादें ही काम आनी हैं <br />घर में माँ होती तो,देती भी कुछ सफ़र के लिए <br />बहुत सुन्दर भावों से सजी अच्छी रचना|<br />आप को हार्दिक शुभ कामनाएं ..मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-65754769929167117302011-04-27T15:49:46.307+05:302011-04-27T15:49:46.307+05:30anand ki rachne se logo ko anand aa jata hai..yani...anand ki rachne se logo ko anand aa jata hai..yani bhaiya tum safal ho gaye..:)मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-84638027368072026062011-04-27T12:17:43.446+05:302011-04-27T12:17:43.446+05:30बेहतरीन ग़ज़ल के लिए मुबारकबाद!!बेहतरीन ग़ज़ल के लिए मुबारकबाद!!Nidhihttps://www.blogger.com/profile/07970567336477182703noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-37214891587056130152011-04-27T09:25:53.735+05:302011-04-27T09:25:53.735+05:30" तेरी महफ़िल को, उजालों की दुआ देता हूँ ,
..." तेरी महफ़िल को, उजालों की दुआ देता हूँ , <br />मैं ही माकूल नहीं हूँ, ....तेरे शहर के लिए !"<br /><br /><br /><b>भावनाओं और सच्चे अहसास के साथ लिखी गयी रचना , अक्सर ह्र्दय में झंकार पैदा करने में समर्थ होती है ! आप अपने मकसद में कामयाब हैं आनंद ....<br />हार्दिक शुभकामनायें !<br /></b>Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-33507402348135271082011-04-26T21:56:53.244+05:302011-04-26T21:56:53.244+05:30दो घड़ी भी न मयस्सर हुई ,.. बसर के लिए ,
ख्वाब लेक...दो घड़ी भी न मयस्सर हुई ,.. बसर के लिए ,<br />ख्वाब लेकर के मैं आया था उम्र भर के लिए !bhut hi khubsurat...विभूति"https://www.blogger.com/profile/11649118618261078185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-64019806072573538452011-04-25T23:13:56.291+05:302011-04-25T23:13:56.291+05:30सिर्फ अहसास नहीं हूँ, ...... वजूद है मेरा ,
मैं ब...सिर्फ अहसास नहीं हूँ, ...... वजूद है मेरा ,<br />मैं बड़े काम का बंदा हूँ, अपने घर के लिए !<br />bahut achche....mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-46754977242921378202011-04-25T22:58:47.676+05:302011-04-25T22:58:47.676+05:30रास्ते भर, तेरी यादें ही काम आनी हैं ,
घर में मा...रास्ते भर, तेरी यादें ही काम आनी हैं ,<br />घर में माँ होती तो, देती भी कुछ सफ़र के लिए !<br /><br />एक बार फिर इस शेर के लिए दाद कबूल करें ......हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-31045280947166972882011-04-25T22:47:04.688+05:302011-04-25T22:47:04.688+05:30रास्ते भर, तेरी यादें ही काम आनी हैं ,
घर में मा...रास्ते भर, तेरी यादें ही काम आनी हैं ,<br />घर में माँ होती तो, देती भी कुछ सफ़र के लिए !<br />दिल को समझाना भी मुस्किल का सबब होता है ,<br />आज फिर जोर से धड़का है, ..इक नज़र के लिए !<br /><br />वाह बहुत खूब ....<br /><br />आनंद आ गया ......हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-55630385856450300172011-04-25T18:19:36.596+05:302011-04-25T18:19:36.596+05:30'रास्ते भर, ........... तेरी यादें ही काम आनी...'रास्ते भर, ........... तेरी यादें ही काम आनी हैं <br />घर में माँ होती तो,देती भी कुछ सफ़र के लिए '<br />*********************************<br />वाह द्विवेदी जी ,<br /> गज़ब की ग़ज़ल प्रस्तुत की है आपने ...हर शेर बोलता है |<br />आपकी रचनाधर्मिता सराहनीय है......लेखनी की जय हो !सुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-26768676318361732962011-04-25T18:18:56.236+05:302011-04-25T18:18:56.236+05:30'रास्ते भर, ........... तेरी यादें ही काम आनी...'रास्ते भर, ........... तेरी यादें ही काम आनी हैं <br />घर में माँ होती तो,देती भी कुछ सफ़र के लिए '<br />*********************************<br />वाह द्विवेदी जी ,<br /> गज़ब की ग़ज़ल प्रस्तुत की है आपने ...हर शेर बोलता है |<br />आपकी रचनाधर्मिता सराहनीय है......लेखनी की जय हो !सुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-30358637019822052492011-04-25T17:48:08.957+05:302011-04-25T17:48:08.957+05:30दिल को समझाना भी मुस्किल का सबब होता है ,
आज फिर ज...दिल को समझाना भी मुस्किल का सबब होता है ,<br />आज फिर जोर से धड़का है, ..इक नज़र के लिए !<br />dil ko samjhana to waakai bahut mushkil hota hai, ek nazar ke liye dhadak ker phir khamosh hota haiरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-66214098788650633142011-04-25T15:48:01.901+05:302011-04-25T15:48:01.901+05:30सिर्फ अहसास नहीं हूँ, ...... वजूद है मेरा ,
मैं ब...सिर्फ अहसास नहीं हूँ, ...... वजूद है मेरा ,<br />मैं बड़े काम का बंदा हूँ, अपने घर के लिए <br /><br />बहुत सुंदर लिखा है ...!!<br />प्रत्येक शेर लाजवाब...!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-19192541887183305562011-04-25T15:45:55.944+05:302011-04-25T15:45:55.944+05:30बहुत सुन्दर गज़ल्………लाजवाब्।बहुत सुन्दर गज़ल्………लाजवाब्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4059096033872300169.post-84229850942377871072011-04-25T14:45:15.507+05:302011-04-25T14:45:15.507+05:30तेरी महफ़िल को, उजालों की दुआ देता हूँ ,
मैं ही ...तेरी महफ़िल को, उजालों की दुआ देता हूँ , <br />मैं ही माकूल नहीं हूँ, ....तेरे शहर के लिए !<br /><br />रास्ते भर, तेरी यादें ही काम आनी हैं ,<br />घर में माँ होती तो, देती भी कुछ सफ़र के लिए <br /><br />वाह ... बहुत खूब कहा है हर पंक्ति बेमिसाल ...सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.com